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© 2022 स्वयंभू एंटरटेनमेंट। सर्वाधिकार सुरक्षित। यह एक काल्पनिक कृति है। इस पुस्तक के सभी नाम, पात्र, व्यवसाय, स्थान, और घटनाएँ या तो लेखक की कल्पना की उपज हैं या काल्पनिक तरीके से उपयोग की गई हैं। वास्तविक व्यक्तियों, जीवित या मृत, या वास्तविक घटनाओं से कोई भी समानता विशुद्ध रूप से संयोग है।
1991 में एक ऐसा भयावह और रहस्यमयी कत्ल होता है जिससे दुनिया आजतक बेखबर है। वर्तमान में 15 वर्षीय युगांत कपूर उर्फ युग की जिंदगी बस क्रिकेट और कॉमिक्स के इर्द गिर्द घूमती है। पर उसकी साधारण जिंदगी असाधारण मोड़ लेने लग जाती है। युग को एक भयानक सपना हर रात आने लग जाता है। इस सपने के तार उसे 90 के दशक में हुए उस मर्डर केस की तरफ ले जाते हैं, जिस का रहस्य उसका जीवन हमेशा के लिए बदलने वाला है। इकॉग्निटो के रचयिता पेश करते हैं एक कहानी दोस्ती की प्यार की और विश्वासघात की। सुदीप मेनन द्वारा लिखी सतयुग श्रद्धांजलि है राज खोसला और ऐल्फ्रेड हिचकॉक के नॉयर फिल्मों को, जिसका चित्रांकन किया है कायो पेगाडो ने और जिसकी रंगसज्जा की है संतोष पिल्लेवार ने।
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